सबसे बड़ी कला है मन को प्रभु में लगाना |
याद आ रही है... तेरी एक बार आजा गले लगा लूँ जी भरकर , फिर चले जाना | Happy Hug Day
व्यक्ति जो चाहे बन सकता है , यदी वह विश्वास के साथ , इच्छित वस्तु पर लगातार चिंतन करे I Shrimad Bhagwad Gita
रमजान में ना मिल सके, ईद में नज़रें ही मिला लूं, हाथ मिलाने से क्या होगा, सीधा गले से लगा लूं, ईद मुबारक |
'यह कैसी घटा छाई हैं हवा में नई सुर्खी आई है फ़ैली है जो सुगंध हवा में जरुर महादेव ने चिलम लगाई है'
अगर पहली बार में ही आपको सफलता मिली, तो लगातार निवेश करते रहिये।